आपके लिए यह महज एक स्पेंलडर बाइक हो सकती है लेकिन मेरे लिए यह मेरे साथ बिना रुके बिना थके 55 हजार किलोमीटर चलने वाला साथी है. महज तीन सालों में मेरे साथ इसने एक लंबा सफर तया किया. पर कभी आराम नहीं मांगा. चाहे चिलचिलाती धूप और गर्म हो चुकी अलकतरे की सड़क हो, या झमाझम बारिश में कीचड़ और फिसलन भरे गांव के रास्ते हो या कंपकपाती ठंड हो.
बस जब मैने कहा चलो उसने अपनी हा कहते हुए एक बार में स्टार्ट हुआ. रात हो दिन कभी मना नहीं किया इसने इसलिए यह मेरा सच्चा साथी है. रिपोर्टिंग के सिलसिले में कई ऐसे जगहों पर गया, घने जंगलों के अंदर गया. अगर कहीं टायर भी पंचर हो जाये तो 20 से 25 किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा, पर ऐसी नौबत कभी नहीं आयी. बाइक पंचर भी हुई तो ऐसी जगह जहां पर तुरंत बनायी जा सके. मेरे साथ मैं इसे ऐसे रास्तों पर भी ले गया जहां पर इंसान का चलना मुश्किल है.
पर बिना शिकायत किये यह मुझे बैठाकर उसमें भी चला. खड़ी चढ़ान हो तब भी मुझसे उतरने के लिए नहीं कहा, बस मुझे बैठाकर रास्ते तक ले ही आया. यह मेरे लिए मशीन और कलपूर्जो से बना सामान नहीं है, यह मेरे लिए मेरा हमसफर और दोस्त है जो हरसमय सफर में मेरे साथ रहता है. सिर्फ मेरी सुनता है और चलता रहता है....मेरी ही तरह बहुत लोगों से मिलता है उनकी कहानियां सुनता है.
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